राणीगांव में 17 जनवरी को होगी श्री सुमतिनाथ भगवान की अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा

ANJANSALAKA-JAINSHILP SAMACHAR

JAINSHILP SAMACHAR : राणीगांव । राणीगांव नगर में परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिन मणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. के गुरूभाई वसीमालाणी रत्नशिरोमणि ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक आचार्य गुरूदेव श्री जिनमनोज्ञसागरसूरीश्वर जी म.सा. व नयज्ञसागर जी म.सा. व साध्वी विमलप्रभा श्री जी म.सा. की सुशिष्या साध्वी जयरत्ना श्री जी म.सा. व गच्छ गणिनी सुर्यप्रभा श्रीजी म.सा. की सुशिष्या साध्वी अमितयशा श्रीजी म.सा. आदि ठाणा का श्री सुमतिनाथ जिनालय राणीगांव की अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा में निश्रा प्रदान करने के लिए नगर प्रवेश की शोभायात्रा स्टेशन रोड़ राणीगांव से प्रातः 09 बजे प्रारम्भ हुई।
  श्री सुमतिनाथ प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के सयोजक मांगीलाल भंसाली राणीगांव व जैन श्री संघ राणीगांव के अध्यक्ष रतनलाल बोहरा ने बताया कि आचार्यश्री प्राण प्रतिष्ठा के पंचान्हिका महोत्सव में निश्रा प्रदान करने पधारे साधु-साध्वी भगवन्त व प्रतिमाओं के नगर प्रवेश में सभी पुरुष चुंदरी साफा एवं सफेद वस्त्र एवं बहने अपने-अपने मण्डल के परिधान में शोभा बढ़ा रहे थे। नगर प्रवेश की शोभायात्रा में सबसे आगे जैन ध्वज तत्पश्चात क्रमश घुडसवार, अश्व पर सवारों के हाथ में लहराती धर्म ध्वजाएं, मंगल ध्वनियों का वादन करते बैण्ड वादक, भगवान प्रतिमाओं का रथ और आचार्यश्री व साध्वी मण्डल के पीछे-पीछे चलते गुरू महिमा का गुणगान करते हुए, जिनशासन की जय-जयकार करते हुए भक्तजन, श्रावक-श्राविकाए, बैंड की धुन एवं ढ़ोल की थाप पर गुरूभक्त युवा वर्ग जगह-जगह पर झूम रहे थे। प्रवेश के दौरान धवल सेना के साथ शोभायात्रा का जगह-जगह पर गहुल्ली वह तोरण द्वार से स्वागत किया गया।
अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद केयुप, श्री सुमतिनाथ महिला व बालिका मण्डल राणीगांव व सहित कई मंडलों एवं सैकडों की संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने शोभायात्रा में पधारकर जिन शासन की शोभा बढ़ाई। प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रवेश को लेकर नगरवासियों में अपने गुरू के प्रति जबरदस्त उत्साह का माहौल नजर आ रहा था। राणीगांव नगर का दृश्य अद्भूत नजर आ रहा था। सम्पूर्ण नगर में तोरणद्वार, र्होडिंग, बैनरों से सजा हुआ नजर आ रहा था। श्री सुमतिनाथ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के सहसयोजक मदनलाल मालू चोहटन व संरक्षक बाबूलाल मालू गोईलार ने बताया कि नगर प्रवेश की शोभायात्रा स्टेशन रोड़ से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई कार्यक्रम स्थल श्री सुमतिनाथ धर्मशाला में पहुंची। जहां पर गुरूदेव का सामैया के साथ स्वागत किया गया। नगर प्रवेश की शोभायात्रा श्री सुमतिनाथ धर्मशाला पहुचने के बाद धर्मसभा, गुरुवंदन एवं मंगलाचरण से प्रारंभ हुई। धर्मसभा में सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। श्री सुमतिनाथ बालिका मण्डल, श्री सुमतिनाथ महिला मण्डल, खूशबु भंसाली, अशोक वडेरा, ने स्वागत भजन प्रस्तुत किया। अध्यक्ष रतनलाल बोहरा ने गुरू भगवन्तो का स्वागत करते हुए कहा कि हम सब सकल संघ राणीगांव व ग्रामवासियों को श्री सुमतिनाथ जिनालय की अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा में जुड़कर प्रतिष्ठा के पंचान्हिका महोत्सव को चार चांद लगाकर ऐतिहासिक बनाना है। सर्वप्रथम साध्वी जयरत्ना श्रीजी ने धर्मसभा को सम्बोधित करते कहा कि हम नगर प्रवेश तो कई बड़े-बड़े नगरों में कर लेते है मगर हमें आपके दिल में प्रवेश करना है और राणीगांव जैन श्री संघ के निवेदन पर हमने बालोतरा धोरीमना को छोड़कर उग्र विहार करके राणीगांव पहुंचे है और हमें इस भगवान की प्रतिष्ठा को तन मन धन लगाकर सफल बनाना है और धर्म की अलख जगानी है।
वसीमालाणी रत्नशिरोमणि ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक आचार्य गुरूदेव श्री जिनमनोज्ञसागरसूरीश्वरजी म.सा. ने सबको आव्हान करते हुए कहा कि राणीगांव नगर में प्रतिष्ठा महोत्सव के नगर प्रवेश के दौरान भगवान इन्द्र ने बसन्त रितु में बरसते हुए अच्छे संकेत दिए है, जिस दिन 17 जनवरी पूर्णिमा को भगवान सुमतिनाथ गादी पर आसीन होगे उसके बाद राणीगांव नगर की कायाकल्प हो जायेगी। यह प्राण प्रतिष्ठा छोटे से कस्बे में ऐतिहासिक रूप पुरे भारत भर प्रसंनीय होगी। संयोजक मांगीलाल भंसाली राणीगावं ने बहार से पधारे हुए अतिथियो, शोभायात्रा में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष सहयोग करने वाले संस्थाओं व मण्डलो का आभार व्यक्त किया। प्रवेश समारोह में राणीगांव सहित भादरेस, चोहटन, धोरीमन्ना, बाड़मेर, सियाणी,, रामसर, हरसाणी, गुडामालाणी जोधपुर ,पाली, आदि सकल जैन संघ के गुरूभक्तों ने प्रवेश पर शिरकत की। कार्यक्रम का सफल संचालन गौतम भंसाली चोहटन ने किया।

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