शनिवार को कुशल वाटिका में हुआ भव्य पक्षाल का कार्यक्रम

Kushal vatika program

मुनिसुव्रत स्वामी भगवान के दीक्षा कल्याणक दिवस पर हुआ भक्ति भावना कार्यक्रम
मूलनायक परमात्मा मुनिसुव्रत स्वामी की प्रतिमा को फूलों से सजाया 
बाडमेर । कुशल वाटिका में विश्व का अद्वितीय राजहंस मन्दिर में शनिवार के दिन आयोजित मेले में प्रभु भक्तों ने दर्शन एवं पूजा अर्चना कर भगवान की दीक्षा कल्याणक मनाया। कुशल वाटिका ट्रस्ट के उपाध्यक्ष रतनलाल संखलेचा व सहप्रचारमंत्री कपिल मालू ने बताया कि कुशल वाटिका में प्रत्येक सप्ताह शनिवार को मेले का आयोजन किया जाता है, इस शनिवार को विशेष रूप् देते हुए मूलनायक भगवान मुनिसुव्रत स्वामी का दीक्षा कल्याणक महोत्सव मनाया गया। मेले में बाडमेर के साथ-साथ आस-पास के गावांे से पधारे श्रद्वालुओं ने मुनिसुव्रत स्वामी भगवान मन्दिर, दादावाडी, नवग्रह मन्दिर, गुरू मन्दिर, देवी-देवताओ के आदि मन्दिरो के दर्शन किए। संखलेचा ने बताया कि शनिवार को माता म.सा. रतनमाला श्रीजी की पावन निश्रा में कुशल वाटिका मेे मूलनायक भगवान मुनिसुव्रत स्वामी के दीक्षा कल्याणक दिवस के उपलक्ष में प्रातः 08.00 बजेे गिरनार भक्त मण्डल द्वारा शंखनाद व ढोल की थाप लय व सुर के साथ भक्ति भावना के माध्यम से भगवान का पक्षाल किया गया और विधि व श्लोक के साथ केशर पूजा व भक्तिमय आरती की गई और मुनिसुव्रत स्वामी भगवान की प्रतिमा को फूलों से सजाया गया, भक्ति भावना का आयोजन हुआ। भक्तों द्वारा केशर पूजा करने से मन को शान्ति जैसा आनन्द मिल रहा था। जहां कुशल वाटिका ट्रस्ट मण्डल की और से भाता प्रभावना दी गई। कुशल वाटिका कोषाध्यक्ष बाबुलाल टी बोथरा ने बताया कि कुशल वाटिका में शनिवार को मुनिसुव्रत स्वामी के पक्षाल, केशर पूजा व आरती व मंगल दीपक का लाभ शिवानी बोथरा, लक्ष्मी, जीनल, पूजा बोहरा, निकीता, शिल्पा शनिवार ग्रुप द्वारा लिया गया, जिनका ट्रस्ट मण्डल द्वारा अनुमोदना की गई। कुशल वाटिका शनिवार मेले में कुशल वाटिका उपाध्यक्ष रतनलाल संखलेचा, निर्माणमंत्री शंकरलाल धारीवाल, ट्रस्टी कैलाश धारीवाल, मुकेश मालू, केके भंसाली, पारसमल नाहटा, विपुल बोथरा, भरत संखलेचा, हिमांशु धारीवाल, सुनील सिंघवी, रूपेश संखलेचा, रामलाल श्रीश्रीमाल, नेमीचन्द मारसा, सम्पतराज बोथरा, प्रकाश विश्नोई, हितेश डूंगरवाल, व ट्रस्ट मण्डल के साथ साथ अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद, गिरनार भक्त मण्डल, कुशल वाटिका मित्र मण्डल, सहित कई भक्तगण उपस्थित थे।