पूर्णिमा को ब्रह्मसर तीर्थ में लगा भक्ति का ठाठ, पूनम का है दिन दादा आज थाने आनो है

jainshilp samachar

पूर्णिमा को ब्रह्मसर तीर्थ में लगा भक्ति का ठाठ, पूनम का है दिन दादा आज थाने आनो है
पूर्णिमा को ब्रह्मसर तीर्थ में लगा भक्ति का ठाठ, पूनम का है दिन दादा आज थाने आनो है

बाड़मेर । कुशल दर्शन मित्र मण्डल बाड़मेर व जिनकुशल युवा मंडल जैसलमेर की ओर से भादवा पूर्णिमा पर विशेष गुरू दर्शन यात्रा का आयोजन किया गया। कुशल दर्शन मित्र मण्डल के पुखराज म्याजलार व राजू वडेरा  ने बताया कि खरतरगच्छ आचार्य परम पूज्य वसी मालाणी रत्नशिरोमणि ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक श्री मनोज्ञसूरीश्वर म.सा. की प्रेरणा से 16 वर्ष पहले शुरू हुई यात्रा शनिवार को भादवा पूर्णिमा  के उपलक्ष में 183वी यात्रा बाड़मेर से लौद्रवपुर, ब्रह्मसर तीर्थ की यात्रा करायी गयी। म्याजलार ने बताया कि यात्रा संघ सैकड़ो गुरुभक्तों  के साथ सैकड़ो यात्री स्थानीय आराधना भवन बाड़मेर से प्रातः 6.00 बजे रवाना होकर प्रातः 9.00 बजे लौद्रवपुर तीर्थ पहुंचा जहां पार्श्वनाथ दादा के दर्शन कर पूजा अर्चना की गई और मनोकामना पूर्ण करने वाला कल्पवृक्ष, अधिष्ठायक नागदेवता, प्राचीन रथ सहित अधिष्ठायक घंटाकर्ण महावीर देव व दादा गुरूदेव के दर्शन वंदन का लाभ लिया। इस अवसर पर लोद्रवा पार्श्वनाथ दादा के पक्षाल व केशर पूजा का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय कलाकारो ने पूजन में पार्श्वनाथ दादा के भजनो की प्रस्तुतियां दी। पूजन के पश्चात संघ लौद्रवपुर से ब्रह्मसर की ओर प्रस्थान कर गया। कुशल युवा मण्डल के पारसमल संखलेचा देवड़ा व सरूपचंद बागचार ने बताया कि ब्रह्मसर दादावाडी प्रांगण में  दादा जिन कुशलसूरी गुरूदेव के चरण पादुकाओं के आगे पूर्णिमा को गुरु के नव अंगों की केशर से पूजा की गई व दोपहर में गुरु के चरणों मे अष्ट प्रकारी महापूजन का आयोजन किया गया। बागचार ने बताया कि प्रकाश पारख व अशोक बोथरा एण्ड पार्टी द्वारा भजनो की शानदार प्रस्तुतियां दी गई।  गुरुभक्त रमेश कानासर, अशोक बोथरा, दिनेश लूणिया, रूहवी मालू द्वारा प्रस्तुत भजन रोमें रोमें हु थारू थाई छु, पलके ही पलके बिछाएंगे जिस प्यारे दादा घर आएंगे, गुरूवर तेरे चरणों की थोडी धूल जो मिल जाये एवं पूनम का है दिन दादा आज थाने आणो है भजन पर भक्त जमकर झुमे। बागचार ने बताया कि महापूजन के बाद महाआरती का आयोजन किया गया। पूर्णिमा के अवसर पर विमलनाथ भगवान की आरती का लाभ मदनलाल सगतमल मालू कानासर वाले, भगवान का मंगल दीपक का लाभ भूरचन्द खीमराज छाजेड़ भादरेश-खोखा वाले बाड़मेर, दादा गुरुदेव की आरती पारसमल वीरचंद छाजेड़ सीयाणी वाले बाड़मेर,  गुरुदेव का मंगल दीपक मांगीलाल राणामल मालू अगड़ावा वाले बाड़मेर व भेरूजी की आरती भूरचन्द खीमराज छाजेड़ भादरेश वालो ने लिया।।द्वारा लिया गया। पूनम के सुबह के नाश्ते व दोपहर व शाम की नवकारसी का लाभ कुशल दर्शन मित्र मंडल ब्रह्मसर ग्रुप बाड़मेर व बडी पूजा   का लाभ बड़ी पूजा  लूणकरण ताराचंद बोथरा बिशाला बाड़मेर हाल दिल्ली द्वारा जिन कुशल दर्शन मित्र मंडल बाडमेर की प्रेरणा से द्वारा लिया गया। जिनका ट्रस्ट मंडल व ग्रुप की ओर से अभिनंदन वकिया गया । शाम को तीर्थकर विमलनाथ भगवान और दादा जिनकुशल गुरूदेव की आंगी रचाई गई तथा गुरूदेव का सामुहिक इक्कतीसा का पाठ का आयोजन हुआ। ब्रह्मसर पूनम को जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर व भाटिपा सहित कई क्षेत्रों से गुरुभक्त पहुँचे। श्री गंगानगर से जैन समाज की यात्रा संघ की बस भी पहुँची। उनके द्वारा भक्ति भावना की गई।

प्रेषक-कपिल मालू