पर्यावरण और नदी, तालाबों को ध्यान में रखकर छोटी सी मिट्टी की प्रतिमा स्थापित कर हरीश गुर्जर ने दिया संदेश

jainshilp samachar

जैनशिल्प समाचार, सूरत
समग्र देश में श्रीजी विसर्जन का आज कार्यक्रम था। विश्व में पर्यावरण को बचाने के साथ साथ समुद्र व नदियां को भी बचाना जरूरी है। समग्र देश में श्रीजी की जो भी प्रतिमा बनती है उसमें रंग के बीना सभी प्रतिमा अधूरी है और सब जानते है कि रंग यानि कैमिकल। रंग कैमिकल से ही बनता है इसलिए नदी, तालाब को रंग से बचाना समग्र देश के नागरिकों की प्रथम फर्ज बनती है। ऐसी बातों को ध्यान में रखते हुए गुर्जर देवसेना गुजरात प्रदेश अध्यक्ष व शिवसेना वराछा कामरेज प्रभारी हरीश गुर्जर हर साल एक ही चांदी की प्रतिमा स्थापित कर 9 दिनों तक श्रीजी की पूजा आराधना करते है। 
आज आनंद चौदस के अवसर पर  सूरत स्थित अश्वनीकुमार, श्रीजी एपार्टमेंट में गणेश विसर्जन के त्योहार को अलग तरीके से मनाया गया, पिछले 11 सालों से एक ही प्रकार कि चांदी कि गणेशजी कि प्रतिमा की स्थापना करते हैं, नौ दिन तक हम गणेशजी कि आराधना करते हैं और नवें दिन गणेशजी कि मूर्ति का विसर्जन करते हैं।
इस साल छोटे बच्चों ने मिलकर मिट्टी कि छोटी सी गणेशजी कि मूर्ति बनाई थी इसका मूलभूत हेतु यह था कि इससे लोगों में संदेश जाए कि सभी लोग अगर चाहे तो कम खर्च में भी त्योहारों को मना सकते हैं। हरीश गुर्जर ने बातचीत में बताया कि वह हर साल सभी त्यौहारों को यादगार बनाने के लिए कुछ नया करते रहते हैं। इस साल छोटे बच्चों को और वडीलों को पेंसिल और रब्बर भेट कर गणेश विसर्जन का त्यौहार यादगार बनाया। इससे संदेश जाता है कि पेंसिल अच्छा लिखने के लिए काम आती है जबकि रब्बर बुरी आदतें और मन कि बुरी बातें मिटा देना का कार्य करता है ऐसे आदरणीय महानुभाव हरीश गुर्जर को सलाम।