वेड रोड पर रोज गायों का काफिला ग्रास की जगह प्लास्टिक कचरा चबाता है

jainshilp samachar

वेड रोड पर रोज गायों का काफिला ग्रास की जगह प्लास्टिक कचरा चबाता है

भरत माली द्वारा, सूरत
वेड कोजवे रोड के पास गायों का काफिला रोज ग्रास की जगह प्लास्टिक कचरा चबाती रहती है। इस कारण गौमाता प्रेमियों में काफी रोष है। लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया है और चर्चा है कि अगर गौमाता इस तरह ग्रास की जगह प्लास्टिक चबाती है उसके दूध में कितनी पौष्टिकता होंगी। मानव के लिए यह हानिकारक हो सकता है, यह जांच करने का विषय है। रोज गौ मालिकों अपनी गायों का काफिला रास्ते पर छोड देते है और गौमाता शाम तक अपने आप जो कुछ मिलता है प्लास्टिक, कचरा इत्यादि खाकर पेट भरती है और शाम को दूध देती है। उनको भी सुबह शाम पौष्टिक आहार मिलना चाहिए किन्तु ऐसा नहीं हो रहा। इसका प्रमाण यह तस्वीर में स्पष्ट नजर आ रहा है। गौ माता अपने पेट की आग बुझाने के लिए इधर-उधर भटकती रहती है अगर देखा जाए तो यह माताओं को हरे ग्रास की जरूरत है, किन्तु कौन जाने गौपालकों को इसकी चिंता ही नहीं है। भगवान कृष्ण को गौ माता काफी पसंद थी लेकिन आज के इस कलयुग में गौ माता की इस हालत देखकर काफी दर्द महसूस होता है। अगर कोई कृष्ण या गौ माता का भजन गाता है उसके सर के उपर करोडों रूपयों की बारिश की जाती है किन्तु उन्हें पता नहीं की कृष्ण की प्रिय गौ माता की हालत आज कैसी है। ऐसे लोगों को जागृत होने की जरूरत है। अगर आप गौ माता के दूध से पैसा कमाते हैं तो आपकी जिम्मेदारी बनती है कि गौ माता कचडा न खाए। अगर गौ मालिक कृष्ण को मानते हैं तो उनकी यह जिम्मेदारी है। केवल भजन गाने वालों पर रुपयों की बारिश करने की बजाय गौ माता पर ग्रास की बारिश करनी चाहिए।