ब्रह्मसर दादावाड़ी में दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
jayanti solanki
शरद पूर्णिमा पर बाड़मेर से ब्रह्मसर व लौद्रवा यात्रा का हुआ आयोजन
कुशल दर्शन मित्र मंडल ब्रह्मसर ग्रुप के तत्वाधान में हुआ यात्रा व बड़ी पूजा का आयोजन
जैनशिल्प समाचार
जैसलमेर/ब्रह्मसर । कुशल दर्शन मित्र मण्डल बाड़मेर व जिनकुशल युवा मंडल जैसलमेर की ओर से शरद पूर्णिमा पर विशेष गुरू दर्शन यात्रा का आयोजन किया गया। कुशल दर्शन मित्र मण्डल के पुखराज म्याजलार व राजू वडेरा ने बताया कि खरतरगच्छ आचार्य परम पूज्य वसी मालाणी रत्नशिरोमणि ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक श्री मनोज्ञसूरीश्वर जी म.सा. की प्रेरणा से 15 वर्ष पहले शुरू हुई यात्रा आज रक्षाबंधन के उपलक्ष में 169वी यात्रा बाड़मेर से लौद्रवपुर, ब्रह्मसर तीर्थ की यात्रा करायी गयी। म्याजलार ने बताया कि यात्रा संघ सैकड़ो गुरुभक्तों के साथ सैकड़ो यात्री स्थानीय आराधना भवन बाड़मेर से रवाना होकर प्रातः9.30 बजे लौद्रवपुर तीर्थ पहुंचा जहां पाश्र्वनाथ दादा के दर्शन कर पूजा अर्चना की गई और मनोकामना पूर्ण करने वाला कल्पवृक्ष, अधिष्ठायक नागदेवता, प्राचीन रथ सहित अधिष्ठायक घंटाकर्ण महावीर देव व दादा गुरूदेव के दर्शन वंदन का लाभ लिया। इस अवसर पर शांति स्नात्र महापूजन का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय कलाकारो ने पूजन में पाश्र्वनाथ दादा के भजनो की प्रस्तुतियां दी। पूजन के पश्चात संघ लौद्रवपुर से ब्रह्मसर की ओर प्रस्थान कर गया। कुशल दर्शन मित्र मण्डल के पारसमल गोठी व रमेश कानासर ने बताया कि ब्रह्मसर दादावाडी प्रांगण में दादा जिन कुशलसूरी गुरूदेव के चरण पादुकाओं के आगेें पूर्णिमा को गुरु के नव अंगों की केशर से पूजा की गई व दोपहर में गुरु के चरणों मे अष्ट प्रकारी महापूजन का आयोजन किया गया। मालू नेे बताया कि प्रकाश पारख एण्ड पार्टी द्वारा भजनो की शानदार प्रस्तुतियां दी गई। अशोक बोथरा व गुरुभक्त रमेश कानासर, नेमसा बोथरा द्वारा प्रस्तुत भजन गुरूवर तेरे चरणों की थोडी धूल जो मिल जाये एवं पूनम का है दिन दादा आज थाने आणो है भजन पर भक्त जमकर झुमे। कानासर ने बताया कि महापूजन के बाद महाआरती का आयोजन किया गया। शरद पूर्णिमा के अवसर पर विमलनाथ भगवान की आरती गौतमचंद मिश्रीमल डूंगरवाल देवीकोट, मंगल दीपक जगदीशचंद्र शांतिलाल चौपड़ा देवीकोट, दादा गुरुदेव की आरती जेठमल लाभुलाल चौपड़ा देवीकोट, मंगल दीपक चम्पालाल किशनलाल संखलेचा रणधा वाले हस्ते मुकेश संखलेचा चैन्नई, भेरूजी की आरती का लाभ घेवरचंद लाभुलाल चौपड़ा देवीकोट वालो ने लिया। पूनम के सुबह के नाश्ते व नवकारसी का लाभ कुशल दर्शन मित्र मण्डल ब्रह्मसर ग्रुप बाडमेर व बडी पूजा नरेश कुमार भूरचंद सिंघवी व बड़ी पूजा व शाम की नवकारसी का लाभ जेठमल लाभुलाल चौपड़ा परिवार देवीकोट की ओर से लिया गया। जिनका ट्रस्ट मंडल व ग्रुप की ओर से बहुमान किया गया ।शाम को तीर्थकर विमलनाथ भगवान और दादा जिनकुशल गुरूदेव की आंगी रचाई गई तथा गुरूदेव का सामुहिक इक्कतीसा का पाठ का आयोजन हुआ।